soch
- 9 Posts
- 37 Comments
हमें हमारी सोच में बदलाव लाना ही होगा.गलत और सही
की पहचान करनी होगी,वर्ना ऐसे ढोंगी और पाखंडी बाबाओं
के चक्कर में पड़कर हम अपना अमूल्य समय तो गवाएंगे ही
ही साथ ही साथ अपना सामाजिक और नैतिक पतन भी
होगा.यहाँ वही कहावत चरितार्थ होगी….धोबी का कुत्ता न
घर का न घाट का ! न तो भगवान ही मिलेंगे हाँ गिनती शैतान
में जरुर होने लगेगी .
Read Comments